डिजिटल डेस्क ( भोपाल)। दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर ग्रीम स्मिथ आज अपना 40वां बर्थ-डे सेलिब्रेट कर रहे हैं। 1981 में स्मिथ का जन्म जोहान्सबर्ग में हुआ था। वह महज 22 साल की उम्र में दक्षिण अफ्रीका की टीम के कप्तान बन गए थे और उन्होंने लगभग 100 टेस्ट मैचों में कप्तानी का रिकॉर्ड बनाया है। 2002 में टेस्ट क्रिकेट से डेब्यू करने वाले स्मिथ ने एक महीने बाद ही वन-डे टीम में भी अपना दमखम दिखा दिया था।
दरअसल, 2003 विश्व कप में करारी हार के बाद, दक्षिण अफ्रीका के चयनकर्ताओं ने एक बड़ा जुआ खेला और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की कमान 22 वर्षीय ग्रीम स्मिथ को सौंप दी। इसके बाद उन्होंने 2003 के इंग्लैंड दौरे पर एक के बाद एक डबल सेंचुरी मारकर तहलका मचा दिया था। 277 एजबेस्टन में और लॉर्ड्स में 259 रनों की पारी खेली। हालांकि, टीम कई मैच हार गई, लेकिन ग्रीम स्मिथ लगातार रन बनाते रहे।
वन-डे के इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल करना भी दक्षिण अफ्रीका के नाम है। इन्हीं कप्तानी में अफ्रीका ने आस्ट्रेलिया के 434 रन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया था। 12 मार्च 2016 को खेले गए इस ऐतिहासिक मैच में स्मिथ ने महज 55 गेंदों में 90 रन की पारी खेलकर टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2006 में ऑस्ट्रेलिया में 3-0 से टेस्ट हारने के बाद अगले साल वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका की शर्मनाक हार देखी। हालांकि, 2006-07 में भारत के खिलाफ 2-1 की घरेलू जीत ने स्मिथ के नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम के लिए एक शानदार शुरुआत की। उन्होंने पाकिस्तान, बांग्लादेश (उन्होंने चटगांव में नील मैकेंज़ी के साथ 415 के रिकॉर्ड जीत दर्ज की) और इंग्लैंड में 2008 के अंत में एक ऐतिहासिक श्रृंखला जीत थी और 2012 में, इंग्लैंड को 2-0 से हराने के बाद, दक्षिण अफ्रीका नंबर 1 टेस्ट टीम बन गया। उस साल उन्होंने एक भी टेस्ट नहीं गंवाया - ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से यादगार श्रृंखला में हराया। 2014 में घर में ऑस्ट्रेलिया से श्रृंखला हार के बाद स्मिथ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
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Source From
RACHNA SAROVAR
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